चोर सिपाही के खेल में
तुम हमेशा बादशाह की भूमिका में थे
वक़्त वजीर था
इसमेँ कोई संदेह नहीं
जो लरजां कर लेता था
तुम्हारी हर अदा
वो चोर मन ही था
ज़रा एक बात बताओ
पहरेदारी पर किसे बिठाया था
-संध्या
तुम हमेशा बादशाह की भूमिका में थे
वक़्त वजीर था
इसमेँ कोई संदेह नहीं
जो लरजां कर लेता था
तुम्हारी हर अदा
वो चोर मन ही था
ज़रा एक बात बताओ
पहरेदारी पर किसे बिठाया था
-संध्या
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