मरना आम बात है
इतिहास की गर्दन मरोड़कर
देख लें
लेकिन मासूम भूख का
खाने की मौत मर जाना
सदियों की त्रासदी है
(आज ज़िंदगी सपनों की दहलीज़ पर दफ़ना दी गई। आज मौत सचमुच बहुत मासूम थी)
-संध्या
इतिहास की गर्दन मरोड़कर
देख लें
लेकिन मासूम भूख का
खाने की मौत मर जाना
सदियों की त्रासदी है
(आज ज़िंदगी सपनों की दहलीज़ पर दफ़ना दी गई। आज मौत सचमुच बहुत मासूम थी)
-संध्या
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें