भाई akks.ये चार हाथ पैर हैं अन्ना के.इन आठ दिनों में देश बने कई रंग देखे.बस मीडिया गांधारी बना अन्ना को ही कवर कर रहा है. सीमा पर सैनिक शहीद हो उसकी बला से. अब तो क़त्ल भी करो और कह भर दो 'अन्ना
हम तुम्हारे साथ हैं'. बाल भी बाँका न कर सके है कोई. वक़ील भी उतरे अनशन पर. जिनकी कोट के साथ जुबान भी काली हो वो भी उतरे है मैदान में.घोंचू बोले जा रहा था लगातार और आख़िरी में अन्ना नाम की काली पट्टी दिखाते हुए बोला.इस वक़्त चैन से रहना है नहीं तो पाकिस्तानी क़रार दिया जाऊंगा.बहती गंगा में हाथ धो लो और पाप उसे दे दो