गुरुवार, 14 जून 2012

पिटरोलवा बड़ा सतावेला

                                               
लगभग दो हफ्ते से देश की जनता पेट्रोलमय है। जैसे कॉँग्रेस राहुलमय और भाजपा मोदीमय रहा करती है। बॉलीवुड की सारी हीरोइनों को छोडक़र पेट्रोल सबसे हॉट बना हुआ है, सबसे सेक्सी जिसे देखकर ही कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ करने का मन करता है। जनता बेचारी अब तक बम धमाकों, रेल दुर्घटनाओं और भगदड़ों से मरा करती थी पर अब पेट्रोल के दामों से मरती है। अगर अलादीन का चिराग मिल जावे तो उससे टैंकर दो टैंकर पेट्रोल मांग लेवें। पिटरोल से जउन हाय तौबा मची है थोड़े दिनों में उससे कुछ ऐसे सीन बनेंगे-
                                                                 हॉस्पिटल मरीजों से भरा पड़ा है। जहाँ हर किसी को सर्दी खांसी के बजाय पेट्रोमेनिया हुआ है। रोग विशेषज्ञ के रूप में पेट्रोल मंत्री खासतौर से दिल्ली से चल चुके हैं। दवाइयों की जगह पेट्रोल की दो-दो बूँदें और क्रिटिकल केसेज में पेट्रोल के इंजेक्शन सधे मरीज की नसों में ठोंके जा रहे हैं। घरो में डकैतियां अचानक से बढ़ गयी हैं। डाकू लल्लन घोड़े पर मोटरसायकिल लादकर आया है और सोने-चांदी की जगह पेट्रोल लूटकर ले जा रहा है। इधर मंजनुओं की तो समझो वाट लग गयी है। लैला गिफ्ट  में पेट्रोल के जरी केन, यार्डले की परफ्यूम की जगह बोतल भर पेट्रोल और डेट के लिए किसी पेट्रोल संग्रहालय चलने की जिद पर अड़ी हुई है। तेल कंपनियों के साथ सरकार पेट्रोल की चुस्कियां ले रही है। बच्चे खिलौने के बजाय पेट्रोल से चलने वाली गाडिय़ाँ मांग रहे हैं। घरों में गंगाजल की जगह अब पेट्रोल ने ले ली है। मानसरोवर और कैलाश की यात्रा पर जाने वाले श्रद्घालुओं ने बड़ी सफाई से भगवन को ठेंगा दिखाकर खाड़ी देशों की तीरथ यात्रा पर चल पड़े हैं। कहावतें भी बदल गयी हैं। लोग चूल्लुभर पानी की जगह चुल्लूभर पेट्रोल में डूब मरने को उतावले हैं। अमेरिका ईरान को उतने ही पैर पसारने की धमकी दे रहा जितना उसके पास है पेट्रोल। बच्चे स्कूल में पी फार पैरट के स्थान पर पेट्रोल पढ़ रहे हैं। जब बच्चे झगड़ते हैं तो आपस में कुछ ऐसे दम दिखाते हैं-अले बे मेले को जानता नहीं। मेले पापा नेता हैं। दूसरा- तो मे कौन सा कम हूँ तेले से, मेले पापा पुलिस में हैं झूठे केस में अंदल करवा देंगे। तीसरा-बस कलो तुम दोनों जो मेले पापा के पास है वो तुम दोनों के पापा के पास नहीं है। मेले पापा के पास पेट्रोल पम्प है। सोसाइटी की मॉडर्न लेडीज की किट्टी पार्टियों के नज़ारे भी बदल गए हैं। एक दूसरे की गाडिय़ों और गहनों की जगह पेट्रोल पर पंचौरा हो रहा है। मिसेज खन्ना मिसेज भाटिया से कुछ यूं सवाल करती हैं-सुना है आपके दो- दो पेट्रोल पम्प हैं। हमारे इनको जऱा डिस्काउंट दिलवा दीजिये अपने उनसे कहकर और तो और केबीसी के विजेता को पांच करोड़ की जगह पांच लीटर पेट्रोल दिया गया है। भ्रष्टाचार और काले धन पर अप्रत्याशित रूप से रोक लग जाने के कारण अन्ना और बाबा रामदेव की दुकानदारी पर बट्टा लग गया है। लोग-बाग़ भी घूस देने के लिए रुपये की जगह पेट्रोल प्रिफऱ कर रहे हैं। बैंकों ने नयी स्कीम चला दी है। अब रूपये और गहनों के साथ पेट्रोल भी बैंक में जमा किया जा सकेगा। पर्यावरणविद भौंचक्के हैं। लोगों ने अपने पेट्रोलचालित वाहनों में सायकिल के पैडल लगवा लिए हैं। हीरो होंडा हो या हार्ले डेविडसन, मर्सिडीज हो या फेरारी सब पैडल मार-मारकर चलायी जा रही हैं। जऱा कल्पना कीजिये राजपथ पे सारी गाडिय़ाँ सायकिल के पैडल से चल रही हो तो समानता का कैसा मनोहारी दृश्य उत्पन्न होगा। उधर बॉलीवुड में भी पेट्रोल चल निकला है। फिल्म इशकजादे के बाद पेट्रोलजादे, पेट्रोलघाट और पेट्रोल के लुटेरे बन रही हैं। भोजपुरी फिल्मों के नाम कुछ ऐसे रखे जा रहे हैं- पेट्रोलवा बाबू आई लब यू, पिटरोलवा पे मनवा डोले,पिटरोलवा बड़ा सतावेला, दिल ले गईल पिटरोल पम्प वाली और निरहुवा के पिटरोल रोग भईल ते गज़ब की कमाई करे रहिल।  मां बेटे की बलइयां लेते हुए कहती है मेरे पिटरोल जैसे बेटे की नजऱ लगे और बेटा हो तो पिटरोल जैसा।
                                                 पेट्रोल महिमा देखकर हम भी सोच रहे कि अपनी वसीयत लगे हाथ बनवा लें।  यदि मंहगाई की वजह से मेरा ऊपर का टिकट कटता है तो अंतिम संस्कार में मिलावटी घी और लकडिय़ों की जगह पेट्रोल डालकर फूंका जाये। माना कि हम जैसे पापी रोज़-रोज़ जनम नहीं लेते पर फिर भी खून के आंसू रोने के बजाय पेट्रोल के आंसू रोना। जब प्राणपखेरू होने को हों तो विषैले गंगाजल की जगह कुछ बूंदे पेट्रोल की मुंह में डाल दी जायें हम तर जायेंगे।     
                                   

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